राजनीतिक और कानूनी जगत ने जंगली पिक्चर्स की ‘हक़’ की सराहना की — समानता पर राष्ट्रीय संवाद को आगे बढ़ाने वाला कदम

अंशुल त्यागी, रिलीज़ से पहले ही जंगली पिक्चर्स की आगामी फ़िल्म ‘हक़’ को राजनीति, कानून और मीडिया जगत के प्रमुख व्यक्तित्वों से जबरदस्त प्रशंसा मिल रही है। दिग्गज नेताओं और कानूनी विशेषज्ञों ने इसे संवैधानिक अधिकारों, लैंगिक समानता और व्यक्तिगत क़ानूनों पर चल रही राष्ट्रीय बहस को और मज़बूत करने वाला प्रयास बताया है।

ऐतिहासिक फैसले से प्रेरित ‘हक़’

निर्देशक सुपर्ण वर्मा और लेखक रेशु नाथ की यह फ़िल्म एक ऐसी महिला की संघर्षपूर्ण कहानी है, जो त्वरित ट्रिपल तलाक़ के बाद न्याय की लड़ाई लड़ती है। यह फ़िल्म एक ऐतिहासिक सुप्रीम कोर्ट के फैसले से प्रेरित है और समाज में महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संदेश देती है।

राजनीतिक और कानूनी हस्तियों की प्रतिक्रिया

बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इसे “शक्तिशाली और भावनात्मक” फ़िल्म बताया। उन्होंने कहा —

“यह फ़िल्म शाह बानो केस से प्रेरित कहानी है जो महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई को सामने लाती है। ट्रिपल तलाक़ कानून समाज में ऐतिहासिक सुधार साबित हुआ है, और अब देश को समान नागरिक संहिता (UCC) की आवश्यकता है।”

पूर्व केंद्रीय क़ानून मंत्री किरेन रिजिजू ने फ़िल्म को “समानता और सच्चे सेक्युलरिज़्म पर आवश्यक संवाद” बताया।
फ़िल्म की स्क्रीनिंग में पूर्व मुख्य न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) डॉ. डी.वाई. चंद्रचूड़, दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी सहित कई प्रतिष्ठित हस्तियां मौजूद रहीं।

पूर्व CJI डॉ. चंद्रचूड़ ने कहा कि यह फ़िल्म उनसे व्यक्तिगत रूप से जुड़ती है, क्योंकि शाह बानो केस का फैसला उनके पिता न्यायमूर्ति वाई.वी. चंद्रचूड़ ने लिखा था। उन्होंने कहा —

“यह फ़िल्म समान अधिकारों और संविधानिक मूल्यों की पुष्टि करती है। महिलाओं को हर स्तर पर बराबरी मिलनी चाहिए — चाहे वह क़ानून हो या सामाजिक सोच।”

समानता पर राष्ट्रीय विमर्श का हिस्सा बनी ‘हक़’

रिलीज़ से पहले ही ‘हक़’ को मिल रहे समर्थन ने इसे संविधानिक समानता, महिलाओं के अधिकार और धर्म-क़ानून के संतुलन पर चल रही राष्ट्रीय चर्चा का महत्वपूर्ण हिस्सा बना दिया है।

जंगली पिक्चर्स, बावेजा स्टूडियोज़ और इंसॉम्निया फ़िल्म्स द्वारा निर्मित, यामी गौतम धर और इमरान हाशमी अभिनीत ‘हक़’ इस शुक्रवार देशभर में रिलीज़ होगी।


‘हक़’ — समानता की आवाज़, न्याय की पुकार।

By Quick News

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