अंशुल त्यागी, दिल्ली मेट्रोपॉलिटन एजुकेशन (DME) ने HR Conclave 2025 का सफल आयोजन किया, जिसमें उद्योग जगत के अग्रणी विशेषज्ञ, एचआर पेशेवर और शिक्षाविद शामिल हुए। इस कार्यक्रम में बदलते बाजार रुझानों, एचआर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के प्रभाव और नेतृत्व की बदलती भूमिका पर गहन चर्चा की गई। डीएमई के अध्यक्ष श्री अमन सहनी के मार्गदर्शन में आयोजित यह कार्यक्रम छात्रों के लिए मानव संसाधन प्रबंधन के बदलते परिदृश्य को समझने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ।
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एचआर कॉन्क्लेव 2025 की मुख्य विशेषताएँ
इस कार्यक्रम की शुरुआत करियर प्रोग्रेशन प्रमुख डॉ. नीलांबरा श्रीवास्तव के उद्घाटन भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने इंडस्ट्री 4.0 के महत्व को रेखांकित किया और बताया कि कैसे पेशेवरों को तकनीकी प्रगति के अनुरूप ढलना चाहिए।
प्रो. (डॉ.) पूर्वा रंजन, प्रमुख, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, ने कहा कि एचआर सिद्धांत सभी पर समान रूप से लागू होते हैं और छात्रों को समझदारी से निर्णय लेने, सतत शिक्षा अपनाने और अनुकूलनशीलता विकसित करने की सलाह दी। उन्होंने एआई के प्रभाव पर चर्चा करते हुए नैतिक नेतृत्व और मानव-केंद्रित निर्णय लेने की आवश्यकता पर जोर दिया।
डीएमई के निदेशक प्रो. (डॉ.) रवि कांत स्वामी ने प्लेसमेंट और करियर विकास में एचआर कॉन्क्लेव की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
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उद्योग विशेषज्ञों ने साझा की अपनी विशेषज्ञता
मुख्य वक्ता मेकमाईट्रिप के ग्रुप सीएचआरओ श्री युवराज श्रीवास्तव ने बाजार रुझानों और व्यावसायिक कौशल पर चर्चा की। उन्होंने सफलता के तीन प्रमुख स्तंभों पर जोर दिया:
- सकारात्मक दृष्टिकोण
- प्रभावी संचार कौशल
- आत्मविश्वासपूर्ण प्रस्तुतिकरण
उन्होंने पेशेवर आचरण, नैतिक मूल्यों और मौन की शक्ति को भी रेखांकित किया, जो करियर उन्नति में सहायक होते हैं।
व्हाइटस्पेसेस के संस्थापक श्री ज्योतिर्मय बोस ने कार्यस्थल में खुशी, भर्ती में नैतिक एआई और कार्य के भविष्य पर चर्चा की। उन्होंने एचआर पेशेवरों से तकनीकी प्रगति को मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ संतुलित करने का आग्रह किया।
पैनल चर्चा: एआई और एचआर में भविष्य
एक विचारोत्तेजक पैनल चर्चा आयोजित की गई, जिसमें उद्योग जगत के प्रमुख एचआर विशेषज्ञों ने भाग लिया:
- श्री मयंक सिंह (एचआर प्रमुख, हाइक एजुकेशन)
- सुश्री पल्लवी मिश्रा (वीपी ह्यूमन रिसोर्सेज, सेशन चेयर)
- सुश्री तन्वी मित्तल (एचआर प्रमुख, व्लिंक इंक.)
- डॉ. पूजा सिंह चौहान (टैलेंट एक्विजिशन प्रमुख, आरएचआई मैग्नेसिटा)
- सुश्री रुचि चिलाना गेरा (ग्रुप एचआर प्रमुख, गेटवे डिस्ट्रीपार्क्स लिमिटेड)
पैनलिस्टों ने एचआर में एआई की बढ़ती भूमिका, मानवीय स्पर्श, सहानुभूतिपूर्ण नेतृत्व और सकारात्मक कार्य संस्कृति को बढ़ावा देने पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जहां एआई प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करता है, वहीं भावनात्मक बुद्धिमत्ता और नैतिक निर्णय लेने की क्षमता अत्यंत महत्वपूर्ण बनी रहती है।
छात्रों के लिए सीखने का सुनहरा अवसर
एचआर कॉन्क्लेव 2025 छात्रों, शिक्षकों और उद्योग विशेषज्ञों के लिए बहुमूल्य जानकारी और सीखने का एक अनमोल अवसर साबित हुआ। चर्चा के दौरान सतत शिक्षा, अनुकूलनशीलता और एआई के नैतिक उपयोग पर विशेष जोर दिया गया।
कार्यक्रम का समापन डॉ. पूजा शर्मा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने वक्ताओं, पैनलिस्टों, संकाय सदस्यों और छात्रों के योगदान की सराहना की।
डीएमई का एचआर कॉन्क्लेव 2025 अत्यंत सफल रहा, जिसने एचआर नवाचार, एआई और नेतृत्व पर भविष्य की चर्चाओं की दिशा निर्धारित की।