डिंपल भारद्वाज, दिल्ली, अशोक विहार फेस-1, ई-ब्लॉक स्कूल: केशव पुरम जोन, दिल्ली शिक्षा विभाग द्वारा विज्ञान मेले का भव्य आयोजन किया गया। इस विशेष आयोजन के मुख्य अतिथि श्री प्रवीण खंडेलवाल (सांसद) थे, जबकि श्री संदीप गहलोत (उपयुक्त, केशव पुरम जोन) विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री योगेश वर्मा (एडवोकेट एवं अध्यक्ष, केशव पुरम जोन) ने की। इस अवसर पर सभी शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।



छात्रों की प्रतिभा का अद्भुत प्रदर्शन
मुख्य अतिथि श्री प्रवीण खंडेलवाल ने विज्ञान मेले का अवलोकन करने के पश्चात बच्चों को संबोधित करते हुए कहा:
“प्राइमरी स्कूल के बच्चों ने जिस लगन और रचनात्मकता से भाग लिया है, वह निस्संदेह उनके उज्ज्वल भविष्य का संकेत है। इस प्रकार के आयोजन न केवल बच्चों की प्रतिभा को उभारते हैं बल्कि उन्हें प्रोत्साहित भी करते हैं।”
कार्यक्रम अध्यक्ष श्री योगेश वर्मा ने कहा:
“केशव पुरम जोन शिक्षा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सदैव अग्रणी रहा है। हमारा उद्देश्य बच्चों को श्रेष्ठ शैक्षिक वातावरण प्रदान करना है, ताकि वे देश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।”
उन्होंने यह भी बताया कि “हमने अपने स्कूलों में स्मार्ट रूम स्थापित किए हैं, जहां बच्चों को एलईडी टीवी के माध्यम से पढ़ाया जाता है। यह आधुनिक तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”



तीन दिवसीय आयोजन में माता-पिता की सहभागिता
तीन दिनों तक चलने वाले इस विज्ञान मेले में बच्चों के माता-पिता को भी आमंत्रित किया जाएगा, जिससे वे अपने बच्चों की प्रतिभा और क्षमताओं को नज़दीक से देख और सराह सकें।
उपयुक्त श्री संदीप गहलोत ने विज्ञान मेले के सफल आयोजन में योगदान देने वाले सभी शिक्षकों और कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया।
शिक्षा विभाग की डिप्टी डायरेक्टर नीलम कुमारी ने कहा:
“इस विज्ञान मेले में सभी स्कूलों के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रदर्शनी में प्राइमरी स्कूल के बच्चों द्वारा प्रस्तुत की गई विज्ञान परियोजनाओं ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया।”


विज्ञान और तकनीक के प्रति जागरूकता का प्रयास
यह विज्ञान मेला न केवल छात्रों के ज्ञान और कौशल को विकसित करने में सहायक सिद्ध हुआ, बल्कि उन्हें विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए भी प्रेरित कर रहा है। इस पहल के माध्यम से बच्चों में नवाचार और प्रयोगशीलता की भावना को प्रोत्साहित किया गया, जिससे वे भविष्य में देश के विकास में योगदान दे सकें।
