अंशुल त्यागी, भारत के पहले पैरालिंपिक स्वर्ण पदक विजेता, महान मुरलीकांत पेटकर की प्रेरणादायक कहानी को नाडियाडवाला ग्रैंडसन एंटरटेनमेंट के प्रमुख साजिद नाडियाडवाला ने बड़े पर्दे पर जीवंत किया। हाल ही में श्री पेटकर को उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि के 52 साल बाद अर्जुन पुरस्कार (लाइफटाइम) से सम्मानित किया गया।
इस गौरवपूर्ण सम्मान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुरलीकांत पेटकर ने कहा, “मैं प्रतिष्ठित अर्जुन लाइफटाइम अवार्ड प्राप्त करने के लिए वास्तव में अभिभूत और बहुत आभारी हूं। यह सम्मान केवल मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह कई अच्छे व्यक्तियों के सामूहिक प्रयास और विश्वास का प्रमाण है। मैं साजिद नाडियाडवाला जी का दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने मेरी कहानी पर विश्वास किया और इसे फिल्म चंदू चैंपियन के माध्यम से बड़े पर्दे पर जीवंत किया। उनके अडिग समर्थन ने मेरी यात्रा को नई पहचान दी।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं कबीर खान के प्रयासों का भी उल्लेख करना चाहता हूं, जिन्होंने मेरी यात्रा को सबसे प्रामाणिक तरीके से प्रस्तुत किया और कार्तिक को, जिन्होंने मेरी कहानी को बेहतरीन ढंग से निभाया। यह क्षण जितना मेरा है, उतना ही उन सभी का भी है। मैं पूरी चंदू चैंपियन की टीम का आभारी हूं, जिन्होंने इस फिल्म के माध्यम से देश के कई लोगों को प्रेरित किया।”
खेलों में एक ऑलराउंडर के रूप में मुरलीकांत पेटकर ने पैरा-स्विमिंग में उत्कृष्टता प्राप्त करने से पहले कई खेलों में भाग लिया। वह ऐतिहासिक सफलता और साहस के सच्चे प्रतीक के रूप में उभरकर सामने आए हैं। उनकी कहानी आज भी कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है।