अंशुल त्यागी, दिल्ली मेट्रोपॉलिटन एजुकेशन कॉलेज (DME), जी जी एस आइ पी यूनिवर्सिटी (GGSIP) ने इंट्रा कॉलेज स्पोर्ट्स प्रतियोगिता, लक्ष्य 2024 का गर्व से आयोजन २४-२५ फरवरी, 2024 को किया। प्रतियोगिता का उद्घाटन सम्मानित मुख्य अतिथि, सुश्री शिखा योगेश कुमार सहलोत, एक आइकन के द्वारा किया गया। १९ वर्ष से कम आयु के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना परचम लहरायी अथिथि ने कॉलेज के छात्रों को खेल में आगे बढ़ने का प्रोत्साहन दिया। सुरभि अरोड़ा, खेल संयोजक, गर्मजोशी से सुश्री सहलोत का स्वागत किया। सहायक प्रोफेसर अभिषेक द्विवेदी स्कूल ने सुश्री सहलोत के पिता योगेश कुमार सहलोत को अपना सम्मान दिया। सुश्री वैष्णवी, सहायक प्रोफेसर ने इस अवसर का लाभ उठाते हुए छात्रों को प्रोत्साहित किया सम्मानित अतिथि का प्रभावशाली ढंग से परिचय कराया और उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। (Lakshaya 2024)
महिलाओं के खेल में योगदान
सुश्री शिखा सहलोत के प्रेरक संबोधन ने लचीलेपन के महत्व पर जोर दिया। खेलों में भाग लेना, छात्रों में प्रतिस्पर्धा और टीम वर्क के प्रति जुनून जगाना। डीएमई क्रिकेट टीम के साथ एक क्रिकेट मैच में उनकी उत्साही भागीदारी ने उन्हें और अधिक प्रेरित किया। महत्वाकांक्षी महिला क्रिकेटर, खेलों में महिलाओं की भागीदारी की शक्ति का प्रदर्शन।
इसे पढ़ें – Kaagaz 2 (Film Review) : आम इंसान का दर्द, राजनीतिक व सामाजिक व्यवस्था पर चोट है ये फिल्म ‘कागज 2’
उद्घाटन दिवस पर विभिन्न खेल क्षेत्रों में रोमांचक प्रतिस्पर्धाएँ देखी गईं – बैडमिंटन, शतरंज, टेबल टेनिस, क्रिकेट, फ़ुट्बॉल, ऐथ्लेटिक्स और बास्केटबॉल खेलों का आयजन किया गया। लक्ष्य २०२४ में प्रतिभागियों की एथलेटिक क्षमता और समर्पण का प्रदर्शन किया गया। महिलाएं मैदान पर अपनी काबिलियत साबित कर रही हैं और पुरुष एथलेटिक्स में उत्कृष्ट प्रतिभा दिखायी। 25 मार्च, 2024 को भव्य समापन समारोह में लक्ष्य का समापन हुआ, जिसे मिस्टर जस्टिस भँवर सिंह, डिरेक्टर जेनरल डी एम ई ने मैदान में बच्चों का उत्साह बढ़ाया। सुरभि अरोड़ा और श्री अभिषेक द्विवेदी ने योग्य विजेताओं को ट्रॉफी और पदक देकर सम्मानित किया लक्ष्य २०२४ की समाप्ति अपने पीछे खेल भावना, टीम वर्क और की विरासत छोड़ गयी। यह आयोजन खेल की परिवर्तनकारी शक्ति की याद दिलाता है जो की चरित्र को आकार देना और सामुदायिक भावना को बढ़ावा देना है। इस कार्यक्रम में विशेष सहयोग पत्रकार अंशुल त्यागी का रहा। (Lakshaya 2024)