नेहा राठौर
भारत (India) में मुसलमान (Muslim) दूसरी सबसे बड़ी आबादी है। वहीं अगर भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) की बात की जाए तो वहां इस्लाम धर्म (Islam) को मानने वालों की आबादी सबसे ज्यादा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत का एक पड़ोसी देश ऐसा भी है जहां हिंदुओं के लिए मंदिर तो हैं लेकिन मुसलमान के लिए एक भी मस्जिद (Mosque) नहीं है। तो चलिए आपको बताते हैं इसके पीछे कारण क्या है और वो देश कौन सा है।
कौन सा देश है
ये देश और कोई नहीं बल्कि भारत का पड़ोसी मित्र देश भूटान है। जहां की कुल आबादी 7.5 लाख है, जिसमें से लगभग पांच से सात हजार आबादी इस्लाम को मानने वालों की है। जबकि यहां हिंदुओं की कुल आबादी 11.3 प्रतिशत है। इस देश में हिंदू मंदिर, बौद्ध मंदिर और मठ के साथ-साथ कई धार्मिक स्थल हैं, लेकिन एक भी मस्जिद नहीं बनाई है जहां इस्लाम को मानने वाले लोग अपने ईश्वर से प्रार्थना कर सकें।
यहां नहीं है एक भी चर्च
इस देश में मस्जिद के साथ-साथ चर्च भी नहीं है। जबकि यहां कई ईसाई लोग रहते हैं। आज तक उन्हें आधिकारिक तौर पर चर्च बनाने की अनुमति नहीं दी गई है। ऐसे में जब कभी किसी यूरोप या फिर दूसरे देश का कोई मुस्लिम या ईसाई शख्स भूटान (Bhutan) घूमने के लिए आता है तो उसे इबादत के लिए यहां कोई मस्जिद या गिरजाघर नहीं मिलता। हां, अगर आधिकारिक तौर पर देखा जाए तो बकथांग में एक छोटा सा प्रार्थना का कमरा जरूर बनाया गया है, जिसमें तीन कमरे बनाए गए हैं। इन तीन कमरों को अलग-अलग धर्म के लिए बांटा गया है, एक में मुस्लिम, दूसरे में सिख और तीसरे में ईसाई अपनी प्रार्थना कर सकते हैं।
यहां है विशाल मंदिर
एक तरफ जहां भूटान में मस्जिद और चर्च नहीं बनाए गए हैं। वहीं वहां हिंदू मंदिरों का निर्माण काफी भव्य तरह से किया गया है। यहां सबसे विशाल हिंदू मंदिर राजधानी थिंफू में बनाया गया है। इस मंदिर में हिंदू देवी देवताओं की कई मूर्तियां स्थापित की गई हैं। इन मंदिरों में देशभर के हिंदू लोग आते हैं और पूजा अर्चना करते हैं। आपको बता दें कि 7वीं सदी तक भूटान भारत के कूचबिहार राजवंश का ही एक हिस्सा था इसके बाद वह आजाद हो गया और एक अलग राज्य बन गया।