डिम्पल भारद्वाज || दिल्ली में निगम चुनाव के बाद सबकी नज़र महापौर के चुनाव पर थी। लेकिन बीती 6 जनवरी को दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच महापौर के चुनाव के दिन जो खूनी संग्राम देखा उसके बाद दिल्ली में अब निगम चुनाव कब होंगे और कैसे होगें। यह चर्चा का विषय बना हुआ है। खबरें तो यह भी चल रही थी की जिस तरह का खूनी माहौल 6 जनवरी को दिखा उसके बाद बीजेपी ने आप विधायकों और पार्षदों को निलंबित करने की मांग है लेकिन अब इस मामले में अब काफी कुछ साफ होता हुआ नज़र आ रहा है। सूत्रो की माने तो उपराज्यपाल की ओर से इस तरह की कार्रवाई करना असंभव सा नजर आ रहा है।
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सियासी पंडितों की माने तो आम आदमी पार्टी के पार्षदों निलंबित नहीं किया जा सकता। और ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने अभी तक पार्षद पद के लिए शपथ ही नहीं ली है। और इसी तरह आम आदमी पार्टी के विधायकों को भी निलंबित नहीं किया जा सकता। इसके पिछे का तर्क यह की ऐसी कोई नियमावली नहीं है, जिसका उन्होंने उल्लंघन किया हो। और अगर भाजपा मारपीट और चोट को मुद्दा बनाना चाहती है तो बता दें की चोटिल दोनों ही पक्षों के पार्षद हुए है। यही वजह की केवल एक दल के पार्षदों या विधायकों को निलंबित नहीं किया जा सकता। बता दें की अब तक बीजेपी मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव के लिए जरूरी आंकड़ा जुटा पाने में असमर्थ रही है। लेकिन इस चुनाव में आप के लिए भी राह आसान नहीं है। और ऐसा इस लिए क्योंकि उपराज्यपाल अब आप विधायकों-पार्षदों को बीती 6 जनवरी जैसी घटना के लिये मौका ही नहीं देने वाले। क्योंकि उपराज्यपाल इस बार सुरक्षा की दृष्टि से कुछ नियम व शर्तें तय करने वाले हैं।
यदि आम आदमी पार्टी की ओर से इनका पालन नहीं किया गया। तो ऐसे में आप पार्षदों और विधायकों को हाउस से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। और उनकी अनुपस्थिति में शपथ के साथ मेयर व डिप्टी मेयर पद के लिए चुनाव करा दिया जायेगा। और यदि ऐसा होता है तो बीजेपी अपना मेयर चुनवाने में सफल रहेगी। दुसरी ओर अगर आम आदमी पार्टी इस बार गरीमा में रहती है और हंगामा नहीं करती है तो वह मेयर व डिप्टी मेयर चुनाव में हिस्सी ले पाएंगे।
लेकिन सवाल यह है की लेकिन ऐसी स्थिति में बीजेपी के सभी एल्डरमैन पार्षदों की शपथ भी हो जायेगी और वह जोन चुनाव में वोट देने के हकदार हो जायेंगे। ऐसे में भाजपा ज्यादातर जोन से अपने स्टेंडिंग कमेटी मेंबर लाने में सफल रहेगी। इस तरह से मेयर पद पर आम आदमी पार्टी और स्टेंडिंग कमेटी पर बीजेपी अपना कब्जा कर पाने में सफल रहेंगे।
बताते चलें की अब महापौर, उपमाहपौर स्टेंडिंग कमेटी अध्यक्ष के साथ ही पार्षदों की शपथ के लिए नई तारिख का ऐलान हो सकता है। सूत्रों की माने तो उपराज्यपाल गणतंत्र दिवस के बाद 30 जनवरी को यह चुनाव और शपथ ग्रहण प्रक्रिया पूर्ण करा सकते हैं। इसके लिए निगम अधिकारियों ने उपारज्यापाल को लिखित पत्र भी भेजा है।